नीट की पात्रता शर्तों को लेकर बड़ा फैसला, सरकार ने इस नियम में किया बदलाव, पढ़े डिटेल

नयी दिल्ली : राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने नीट-स्नातक 2022 परीक्षा में बैठने वाले छात्रों के लिए ऊपरी आयु सीमा को हटा दिया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 2017 में अधिकतम आयु सीमा अनारक्षित उम्मीदवारों के लिए 25 वर्ष और आरक्षित उम्मीदवारों के लिए 30 वर्ष निर्धारित की थी।

एक अधिसूचना में सीबीएसई ने कहा था कि ‘‘राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातक (नीट-यूजी) के लिए ऊपरी आयु सीमा परीक्षा की तारीख के अनुसार 25 वर्ष है, जिसमें अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों के लिए पांच साल की छूट है।’’

एनएमसी सचिव डॉ. पुलकेश कुमार द्वारा नौ मार्च को राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के वरिष्ठ निदेशक डॉ. देवव्रत को एक पत्र भेजा गया। इस पत्र में कहा गया, ‘‘मैं सूचित करना चाहता हूं कि 21 अक्टूबर, 2021 को आयोजित चौथी एनएमसी बैठक में यह निर्णय लिया गया कि नीट-यूजी परीक्षा में बैठने के लिए कोई निश्चित ऊपरी आयु सीमा नहीं होनी चाहिए। इसलिए, सूचना बुलेटिन को इसके मुताबिक संशोधित किया जा सकता है।’’

पत्र में कहा गया, ‘‘इसके अलावा, इस आशय के लिए स्नातक चिकित्सा शिक्षा, 1997 पर विनियमों में उपयुक्त रूप से संशोधन करने के लिए आधिकारिक अधिसूचना की प्रक्रिया शुरू की गई है।’’ उम्र के मानदंड पर अक्सर देश के सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालयों में सवाल उठाए जाते रहे हैं। एक अधिकारी ने कहा कि आयु सीमा मानदंड हटा दिए जाने के साथ, उम्मीदवार अब मेडिकल प्रवेश परीक्षा में कई बार और अन्य पाठ्यक्रमों में दाखिला लेने के बाद भी बैठ सकते हैं। यह कदम विदेश में दाखिला लेने वाले छात्रों के लिए भी मददगार होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button